Free Hindi Book Naya Yoga In Pdf Download
All New hindi book pdf free download, नया योग | Naya Yoga download pdf in hindi | Unknown Books PDF| नया योग, Naya Yoga Book PDF Download Summary & Review.
पुस्तक का संक्षिप्त विवरण:
'एम.टि.ए.' ने निम्न लिखित सूचनायें 'मीडियम्स' के सभी लोगों को दे दीं हैं।
आप सब लोग कोई एक निर्णय करके अपने शरीर के भीतर होनेवाले परिवर्तनों पर ध् यान दीजिए।
जैसे भूख बढती घटती रहती है, वैसे प्रत्येक जन्म में पाप-कर्म का मेल-मिलन व वृद्धि हास होता रहता है। पूर्वजन्म के पाप कई पाप-पूर्ण चिंतनों को जागृत करते रहते हैं। उनके दूर होने पर हमरी भलाई (कुशल) का मौका मिलता है।
भूतकाल, वर्तमानकाल, भविष्यत्काल की मार्ग प्रणाली इस "क्रियेषन" में ही (इसी जन्म में) शास्त्रीय विधि से अवगत हो जाती है। बुद्धि तीन प्रकार की होती है-एक (मैन्ड) बुद्धि; दूसरी (इंटलेक्चुयल) विवेकः तीसरी (आस्ट्रल) सूक्ष्म शरीर भूत बुध्दि। इनकी अनुमति आवश्यक है। पहली से "नो" (नहीं), दूसरी से "यस" (हाँ); तीसरी से "नाट" (नहीं है) जैसे; विषय मालूम होते हैं।
पहले आप सब लोग मेरा कहना, श्रद्धा से सुनिए। आप ऐसा मत सोचें कि एम.टि.ए. दे रहे हैं। यदि आप वैसा सोचेंगे, तो आप में उल्टे (विरुद्ध) भाव आएँगे। आपको दृढ निश्चय से रहना चाहिये कि यह हमें "वन पार्यिट" दे रहा है। लेकिन आप की बुद्धि को उस प्रकार का दृढ निश्चय नहीं है। इसलिए आप सभी दृढ निश्चय से रहें।
क्या, यह मानव शरीर दृढ है? क्या आस्टूल शरीर दृढ़ है?
(अपने शरीर) के लोयर अंदर और ऊपर के भाग में भी परीक्षा करते समय ऊपर के हिस्से में मरा हुआ 'फिजिकल बाडी' दिखाई पड़ी। झट मैं ने सोचा-"आस्टूल बाडी' नीचे क्यों उतर आई?'
झट मुझे एक प्रत्युत्तर मिला- "विश्व में कहीं भी दृढ निश्चय नहीं है। अतः (यह) ऐसा घटा, पुनः 'अप्पर पोर्षन' में (मैं) देखने लगा। वैसा देखने में सारी बातें. मुझे मालूम होगईं।" पुनः ऊपर से ऊपर तक सिलसिले से (क्रमशः) (मैं ने) देखा। इसलिए पथ बनाकर लौट आया। मुझे अपने मास्टर को प्रत्युत्तर देना चाहिए। इसलिए मैं लौट आया। मैं ने अपने गुरुजी से दो सवाल किये। अचरज की बात है-'झट (मैं ने) एक उत्तम 'क्रियेषन' को देखा। यह बडे आश्चर्य का विषय है। ऐसे अचरज की बातें स्वयं अपनी आँखों से देखने केलिये आपको भी सामर्थ्य दूँगा। जो इस सोसैटी (संघ) में शामिल होने पसंद करेंगे, उनको एम.टि.ए. सूचनाएँ (मार्गदर्शक बातें) देंगे। "मैंड, इंटलक्च्युयल और बुद्धि को ऐसी ताकत आ गई और भी उन्नति के लिये आवश्यक "पवर्स" दृढनिश्चय से 'प्राक्टीस' करने के कारण मैं पा सकता हूँ।
मैं ने सि.वि.वि. को आज्ञा दी है कि वे आपको भी सभी (विषय) बतावें। आप सभी बातें जान लें।
आप अपने मास्टर को कमकर के मत देखें। उनको महान समझकर उनकी इज्जत करने पर सारे विषय आपको मालूम होंगे-सत्य समझ में आयेगा।
मैं ने आपको 'पर्मिषन' (अनुमति) नहीं दी "आप अपने गुरु को कमकर के देखें। आप सभी को अपने गुरु के बराबर बनने का या अपने मास्टर से ऊंचे स्तर पर रहने का, आप को किसी प्रकार.......
Details of Book :-
Particulars | Details (Size, Writer, Dialect, Pages) |
|---|---|
| Name of Book: | नया योग | Naya Yoga |
| Author: | Unknown |
| Total pages: | 55 |
| Language: | हिंदी | Hindi |
| Size: | 25.3 ~ MB |
| Download Status: | Available |
| हमारी वेबसाइट से जुड़ें | ||
|---|---|---|
| Whatspp चैनल | Follow Us | |
| Follow Us | ||
| Follow Us | ||
| Telegram | Join Our Channel | |
| Follow Us | ||
| YouTube चैनल | Subscribe Us | |
About Hindibook.in
Hindibook.In Is A Book Website Where You Can Download All Hindi Books In PDF Format.
Note : The above text is machine-typed and may contain errors, so it should not be considered part of the book. If you notice any errors, or have suggestions or complaints about this book, please inform us.
Keywords: Naya Yoga Hindi Book Pdf, Hindi Book Naya Yoga Pdf Download, Hindi Book Free Naya Yoga, Naya Yoga Hindi Book by Unknown Pdf, Naya Yoga Hindi Book Pdf Free Download, Naya Yoga Hindi E-book Pdf, Naya Yoga Hindi Ebook Pdf Free, Naya Yoga Hindi Books Pdf Free Download.

