Free Hindi Book Antar Shanti Ki Awaaz In Pdf Download
All New hindi book pdf free download, अंतर शांति की आवाज़ | Antar Shanti Ki Awaaz download pdf in hindi | Eckhart Tolle Books PDF| अंतर शांति की आवाज़, Antar Shanti Ki Awaaz Book PDF Download Summary & Review.
पुस्तक का संक्षिप्त विवरण:
एक सच्चे आध्यात्मिक गुरु के लिए शाब्दिक रूप में शिक्षा नहीं देनी होती, उसे तुम्हें कुछ देना या फिर तुमसे जोड़ना नहीं होता है, जैसे कोई नई सूचना, विश्वास, या फिर आचरण के नियम। ऐसे गुरु का केवल यह कार्य होता है कि उस रुकावट को हटाने में तुम्हारी मदद करे, जो तुम्हें सत्य से दूर करती है, जबकि तुम कौन और क्या हो, यह अपने अन्तर की गहराइयों में पहले से ही जानते हो। आध्यात्मिक गुरु का कार्य उसे उघारने और अन्तर की गहराइयों की सीमाएं बताने का है, जहां शान्ति बसती है।
यदि तुम किसी आध्यात्मिक गुरु के पास या फिर इस पुस्तक के क़रीब इसलिए आते हो कि तुम्हें नए विचार, सिद्धान्त, विश्वास या फिर बौद्धिक चर्चा के लिए प्रोत्साहन प्राप्त हों, तो तुम्हें निराशा होगी। दूसरे शब्दों में, यदि तुम चिन्तन की भूख शान्त करने की दृष्टि से खोज रहे हो, तो तुम्हें वह यहां नहीं मिलेगी और तुम इन शिक्षाओं के मूल तत्वों और इस पुस्तक का सार, जो, कि शब्दों में नहीं, बल्कि तुम्हारे भीतर है, को खो दोगे। यह याद रखना ठीक रहेगा कि तुम जो कुछ भी पढ़ते हो, उसे अनुभव करो। शब्द एक दिशा सूचक के अलावा कुछ नहीं। वे जिसकी ओर इशारा करते हैं, विचारों की सीमा के भीतर वह प्राप्त नहीं होगा, बल्कि तुम्हारे अन्तर के विस्तार में, जो कि विचारों से भी अधिक विस्तृत व गहरा है, उसमें प्राप्त होगा। एक जीवन्त शान्ति ही उस विस्तार की विशिष्टताओं में से एक है। इसलिए पढ़ते समय जब तुम्हें आन्तरिक शान्ति का उदय अनुभव होने लगे, तो समझ लो कि पुस्तक गुरु के रूप में अपना काम कर रही है। यह तुम्हें याद दिला रही है कि तुम कौन हो और वापिस घर आने का रास्ता बता रही है।
यह पुस्तक पृष्ठ दर पृष्ठ पढ़कर एक ओर रख देने के लिए नहीं है। इसके साथ जियो, इसे अक्सर उठाओ और उससे भी अधिक महत्वपूर्ण यह है कि इसे बीच-बीच में छोड़ दो, या फिर बजाय पढ़ने के, उसे ज्यादा समय तक हाथ में पकड़े रखो। कई पाठक प्रत्येक लेख पढ़ते समय सम्भवतः पढ़ना छोड़ना चाहेंगे, रुकना, चिन्तन करना चाहेंगे, या फिर एकदम रुक जाना चाहेंगे। पढ़ते समय बीच-बीच में इसे पढ़ना छोड़ देना अधिक सहायक और महत्वपूर्ण होगा, बजाय इसके कि तुम इसे लगातार पढ़ते रहो। पुस्तक को अपना कार्य करने दो, उसे तुम्हारी पुरानी लीक के दोहराव और जड़ विचारधारा से जगाने का कार्य करने दो।
इस पुस्तक को हम वर्तमान युग के लिए आध्यात्मिक शिक्षाओं के प्राचीनतम रूप, प्राचीन भारतीय सूत्रों के पुनरोद्धार के रूप में देख सकते हैं। सत्य की ओर इशारा करने वाली छोटी बातों अथवा सूक्तियों के रूप में ये सूत्र शक्तिशाली सूचक हैं, जिनमें बहुत थोड़े आडम्बरहीन विचार जुड़े हैं। वेद और उपनिषद सूत्रों के रूप में, सबसे प्राचीन लिखी हुई पवित्र शिक्षाएं हैं, जैसे बुद्ध के शब्द हैं। यीशू की शिक्षाओं और उदाहरणों में से यदि कथात्मक भाग निकाल दिया जाए, तो वह सूत्रों के समान ही रह जाएंगी। इसी प्रकार ज्ञान की प्राचीन चीनी पुस्तक ताओ ती चिंग में भी गम्भीर शिक्षाएं संग्रहीत हैं। सूत्रों का संक्षिप्त होना ही उनका महत्व है। दिमाग़ को ज़रूरत से अधिक सोचने की आवश्यकता नहीं होती। बजाए कुछ कहने के, जो वे नहीं कहते, केवल उसकी ओर संकेत करते हैं, वही महत्व रखता है। सूत्रों की तरह लिखने की विधि का प्रयोग इस पुस्तक के पहले अध्याय "मौन और अन्तर-शान्ति" में विशेष रूप से किया गया है। इसमें सब कुछ संक्षेप में ही है। यह अध्याय पूरी पुस्तक का सार है और कुछ पाठकों की ज़रूरतों को पूरा भी करेगा, बाक़ी अध्याय उन सबके लिए हैं, जिन्हें कुछ और दिशा सूचकों की ज़रूरत है।
प्राचीन सूत्रों की भांति इस पुस्तक के सभी लिखित अंश पवित्र हैं और चेतना की स्थिति से उभरे हैं, जिसे हम अन्तर-शान्ति कह सकते हैं। प्राचीन सूत्रों सूत्रों की भांति ये किसी धर्म या आध्यात्मिक परम्परा से नहीं जुड़े हैं, बल्कि पूरी मानवता की पहुंच के भीतर हैं। इनमें यहां एक प्रकार का तात्कालिक का बोध जुड़ा है। मानव चेतना का रूपान्तरण एक विलासिता नहीं है, मतलब केवल कुछ गिने-चुने लोगों के लिए ही नहीं, बल्कि सबके लिए ज़रूरी है, अगर मानवता अपने को नष्ट नहीं करना चाहती। आज के युग में प्राचीन चेतना निष्क्रिय और नवीन का जन्म, बहुत तेज़ी से हो रहे हैं। मुश्किल यह है कि सभी वस्तुएं एक ही समय पर अच्छी और बुरी हो रही हैं, हालांकि बुरी ही अधिक प्रमुख हैं, क्योंकि वे ज़्यादा "शोर" मचाती हैं।
यह पुस्तक वास्तव में ऐसे शब्दों का प्रयोग करती है, जिन्हें पढ़ने से ही यह आपके मस्तिष्क में विचारों में बदल जाए, लेकिन दोहराए गए, शोर मचाने वाले, जड़, अपने में समाए, ध्यान आकर्षित करने के लिए कोलाहल करने वाले कोई मामूली विचार नहीं हैं। प्रत्येक आध्यात्मिक गुरु की तरह, प्राचीन सूत्रों की भांति, इस पुस्तक के विचार यह नहीं कहते, "मेरी तरफ़ देखो", बल्कि "मुझसे परे देखो", चूंकि ये विचार अन्तर-शान्ति से उपजे हैं, इसलिए इनमें शक्ति है, ऐसी शक्ति जो तुम्हें वापिस उसी अन्तर-शान्ति में ले जाती है, जिसमें से ये उत्पन्न हुए हैं। यह प्रशान्ति ही अन्तर की शान्ति है और यह प्रशान्ति और शान्ति ही तुम्हारे अस्तित्व का सार है। यह अन्तर-शान्ति ही दुनिया का रूपान्तरण और उसकी सुरक्षा करेगी।
Details of Book :-
Particulars | Details (Size, Writer, Dialect, Pages) |
---|---|
Name of Book: | अंतर शांति की आवाज़ | Antar Shanti Ki Awaaz |
Author: | Eckhart Tolle |
Total pages: | 71 |
Language: | हिंदी | Hindi |
Size: | 0.5 ~ MB |
Download Status: | Available |

हमारी वेबसाइट से जुड़ें | ||
---|---|---|
Whatspp चैनल | Follow Us | |
Follow Us | ||
Follow Us | ||
Telegram | Join Our Channel | |
Follow Us | ||
YouTube चैनल | Subscribe Us |
About Hindibook.in
Hindibook.In Is A Book Website Where You Can Download All Hindi Books In PDF Format.
Note : The above text is machine-typed and may contain errors, so it should not be considered part of the book. If you notice any errors, or have suggestions or complaints about this book, please inform us.
Keywords: Antar Shanti Ki Awaaz Hindi Book Pdf, Hindi Book Antar Shanti Ki Awaaz Pdf Download, Hindi Book Free Antar Shanti Ki Awaaz, Antar Shanti Ki Awaaz Hindi Book by Eckhart Tolle Pdf, Antar Shanti Ki Awaaz Hindi Book Pdf Free Download, Antar Shanti Ki Awaaz Hindi E-book Pdf, Antar Shanti Ki Awaaz Hindi Ebook Pdf Free, Antar Shanti Ki Awaaz Hindi Books Pdf Free Download.