Free Hindi Book Meena Bazar In Pdf Download
All New hindi book pdf free download, मीना बाज़ार | Meena Bazar download pdf in hindi | Saadat Hasan Manto Books PDF| मीना बाज़ार, Meena Bazar Book PDF Download Summary & Review.
पुस्तक का संक्षिप्त विवरण:
मण्टो की अधिकांश कहानियों की प्रेरणा या उत्स, उसका यह एहसास है- अत्यन्त प्रामाणिक और सच्चा एहसास - कि इस सारे निज़ाम में कहीं कुछ बहुत ग़लत है-
आधारभूत रूप से ग़लत और नाकाबिले-बरदाश्त। वह अपनी सारी शक्ति के साथ दर्द और दुख और तकलीफ़ के सही मुकाम पर उँगली रखता है-कि यही उसके निकट, लेखन का उद्देश्य है। मण्टो की यह भावना एक गहरे नैतिक उत्तरदायित्व के एहसास से उपजती है। एक ऐसी व्यवस्था में रहते हुए, जो लगातार मानवीयता को कुचलती है, मण्टो निजी तौर पर, अपने समाज और अपने साथियों के प्रति खुद को उत्तरदायी समझता है और तकलीफ़ के सही मुकाम पर उँगली रखना, उसके नज़दीक, उसके मानवीय फ़र्ज़ की अदायगी है।
इसीलिए वह बार-बार उन आधारभूत मसलों की तरफ़ मुड़ता है, जो सहज ज़िन्दगी के रास्ते में रुकावट बन कर खड़े हैं- राजनीति, साम्प्रदायिकता, झूठ, फ़रेब, स्वार्थ, भ्रष्टाचार, सरमायेदारी, शोषण। अपने इसी नैतिक उत्तरदायित्व को महसूस करके, मण्टो हर तरह की साम्प्रदायिकता और फ़िरकेवाराना प्रवृत्ति से ऊपर उठकर उस 'गलती' पर पूरे ज़ोर से आघात करता है, इसीलिए वह तथाकथित 'प्रगतिशील' लेखकों की जमात से कहीं ज़्यादा प्रगतिशील है। चूँकि वह किसी राजनीतिक दल या धार्मिक सम्प्रदाय से जुड़ा हुआ नहीं है इसीलिए वह चीज़ों को किसी पर्दे को आड़ से से नहीं देखता और अपने अनुभवों तथ तथा अपनी अनुभूतियों को सच के तीखेपन से खुली अभिव्यक्ति देता है। उसे यह डर नहीं है कि कल अगर मौजूदा समीकरण में कोई फेर-बदल हो तो उसे अपना बयान बदलने की ज़रूरत पड़ सकती है।
वह अपने अनुभवों और उनकी अभिव्यक्ति के सिलसिले में किसी तरह का दबाव कबूल करने के लिए तैयार नहीं है। वह 'पार्टी लाइन' के नुक्ते-नज़र से नहीं, वरन सहज मानवीय दृष्टि से हालात को परखता है और इसीलिए वह पूरी अज़ादी के साथ 'अपना बयान' लिपिबद्ध कर सकता है। उसे पार्टी लाइन की कोई फ़िक्र नहीं है क्योंकि वह जानता है कि आम आदमी के दुख-दर्द को 'पार्टी लाइनें' कई बार नज़र अन्दाज़ कर देती हैं, पार्टी की राह न तो ज़िन्दगी की राह है, न आम आदमी के एहसासात की। उसे मालूम है कि पार्टी को राजनीतिक स्तर पर बहुत-से समझौते भी करने पड़ते हैं और अक्सर पार्टी का नज़रिया डाग्मैटिक हो जाता है। इसीलिए मण्टो आश्वस्त है कि जब तक वह आम आदमी की तकलीफ़ों का सहभागी बन कर उनका सच्चा और खरा चित्रण कर रहा है, और जनता के दुश्मनों की ओर इशारा कर रहा है। तब तक उसे प्रगतिशील कहलाने के लिए किसी बिल्ले या तमगे की ज़रूरत नहीं है।
Details of Book :-
Particulars | Details (Size, Writer, Dialect, Pages) |
---|---|
Name of Book: | मीना बाज़ार | Meena Bazar |
Author: | Saadat Hasan Manto |
Total pages: | 116 |
Language: | हिंदी | Hindi |
Size: | 1.2 ~ MB |
Download Status: | Available |
Hindi Comic Book PDF Free Download

हमारी वेबसाइट से जुड़ें | ||
---|---|---|
Whatspp चैनल | Follow Us | |
Follow Us | ||
Follow Us | ||
Telegram | Join Our Channel | |
Follow Us | ||
YouTube चैनल | Subscribe Us |
About Hindibook.in
Hindibook.In Is A Book Website Where You Can Download All Hindi Books In PDF Format.
Note : The above text is machine-typed and may contain errors, so it should not be considered part of the book. If you notice any errors, or have suggestions or complaints about this book, please inform us.
Keywords: Meena Bazar Hindi Book Pdf, Hindi Book Meena Bazar Pdf Download, Hindi Book Free Meena Bazar, Meena Bazar Hindi Book by Saadat Hasan Manto Pdf, Meena Bazar Hindi Book Pdf Free Download, Meena Bazar Hindi E-book Pdf, Meena Bazar Hindi Ebook Pdf Free, Meena Bazar Hindi Books Pdf Free Download.