प्रोफेसर अश्वत्थामा - Professor Ashwatthama
"प्रोफेसर अश्वत्थामा" एक ऐसी कॉमिक है जो विज्ञान और पौराणिकता को एक साथ जोड़ती है। इस कहानी को लेखक श्री साहिल शर्मा ने बहुत ही प्रभावशाली ढंग से प्रस्तुत किया है। उन्होंने प्राचीन भारतीय पौराणिक पात्रों और आधुनिक विज्ञान को मिलाकर एक अनोखा और विचारोत्तेजक कथानक रचा है।
इस कॉमिक की खास बात यह है कि इसमें केवल कल्पनात्मक पात्र ही नहीं, बल्कि कुछ वास्तविक भारतीय नायकों की झलक भी देखने को मिलती है। ऐसे नायक जो भारत के इतिहास में महत्वपूर्ण भूमिका निभा चुके हैं।
यह चित्रकथा रामायण और महाभारत जैसे प्राचीन ग्रंथों से प्रेरित है, लेकिन उसे आज के युग की तकनीक, सोच और समस्याओं से जोड़कर प्रस्तुत किया गया है। इस कारण यह कहानी न केवल रोचक है, बल्कि उसमें गहराई और उद्देश्य भी है।
कहानी की कसावट और घटनाओं की निरंतरता इसे पाठकों के लिए शुरू से अंत तक बांधे रखने में सक्षम बनाती है। हर दृश्य में कुछ नया और महत्त्वपूर्ण घटता है, जो पाठक को सोचने पर मजबूर करता है।
निष्कर्ष रूप में, "प्रोफेसर अश्वत्थामा" केवल एक कॉमिक नहीं है, बल्कि यह भारतीय संस्कृति, इतिहास और आधुनिक सोच का मिलाजुला चित्र है। यह नयी पीढ़ी को भारतीय परंपराओं और वैज्ञानिक दृष्टिकोण दोनों से जोड़ने का एक सशक्त माध्यम है।