धर्म और संस्कृति | DHARM AUR SANSKRITI HINDI BOOK PDF FREE DOWNLOAD

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पुस्तक का संक्षिप्त विवरण:

आर्य समाज स्वामी दयानन्द की सबसे सुंदर क्रांतिकारी रंचना है, जिसके माध्यम से उन्होंने अपने विचारों को साकार कर देने का प्रयत्न किया। आर्य-समाज (बड़ा बाजार), पानीपत की स्थापना आज से सौ वर्ष पूर्व स्वामी दयानन्द के परम अनुयायी स्वामी श्रद्धानन्द के हाथों से हुई थी। 'जीवेम शरदः शतम्' का गान करने वालों के जीवन-वर्ष का सौवां चरंण यदि उल्लास लाता है तो आश्चर्य की बात नहीं। शताब्दी-आयोजन शंतायु का ही उच्चस्वर है। अन्य कार्यक्रमों के साथ ऐसे अंवसरों पर स्मारिका-प्रकाशनं एक रिवाज सा बन चुका है, जिसमें बड़े नेताओं के चित्रों के साथ, उनके संदेशों से लेकर, उनके स्तुति-गान तक सम्मिलित रहता है। कारण यह है कि आज देश पर राजनीति के ऐसे घने बादल छाये हुए हैं कि हमारा प्रत्येक विचार उसी में रंग गया है। उनके संदेशों में न सत्य होता है, न गहराई, और न वास्तविकता। बस लकीर पीटी जाती है। इन स्मारिकाओं में कुछ स्थान स्थानीय समाज का इतिहास ले लेता है जिसमें उस समाज के विभिन्न पहलुओं पर दृष्टिपात किया जाता है। शेष भाग कुछ हल्के फुलके लेखों व देश-विदेश की सूचनाओं से घेरघार कर पत्रिका तैयार की जाती है। उस सेन समाज का भला होता है, और न देश का।

इस अवसर पर पहिले स्मारिका प्रकाशन की ही व्यवस्था की गई थी और निश्चय किया गया था कि राजनीतिक नेताओं के स्थान पर उन संन्यासी ब महात्माओं के संदेश हों जिनके भगवे वस्त्रों ने जाति को रोगोन्मुक्त करने का भगीरथ प्रयत्न किया; जिनमें सत्य का स्वर है, त्याग की सुगन्ध है; जिनके कमण्डलु से मानव-कल्याण की कामना के छींटे निकलते हों, तथा पत्रिका को अन्य प्रकार से भी गहरा बनाने का प्रयत्न किया जाय। लेकिन यह सोचकर फिर विचार बदला कि अपने शिथिलं स्वरूप के कारण समय के लम्बे प्रवाहं में स्मारिकाएं बहुत ही अल्पायु होती हैं, और उपयोगिता की दृष्टि से अतिक्षीण । उनका स्थायी साहित्य में कोई योगदान नहीं होता। अतः निश्चय किया गया कि -एक ऐसा ग्रंथ संपादित किया जाए जिसमें उच्चकोटि के विद्वानों के लेख हों।

Details of Book :-

Particulars

Details (Size, Writer, Dialect, Pages)

Name of Book:धर्म और संस्कृति | Dharm Aur Sanskriti
Author:Yogeshwar Dev
Total pages:436
Language: हिंदी | Hindi
Size:279 ~ MB
Download Status:Available


Dharm Aur Sanskriti written by Yogeshwar Dev | Ebook size 279 MB | Includes 436 Pages | Find the free PDF download link of “Dharm Aur Sanskriti” below and read it right away.

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