Free Hindi Book Sankhipt Prayayvachi Shabdkosh In Pdf Download
All New hindi book pdf free download, संक्षिप्त पर्यावाची शब्दकोश | Sankhipt Prayayvachi Shabdkosh download pdf in hindi | B & S Publishers Books PDF| संक्षिप्त पर्यावाची शब्दकोश, Sankhipt Prayayvachi Shabdkosh Book PDF Download Summary & Review.
पुस्तक का संक्षिप्त विवरण:
हिन्दी भाषा उद्भव सबसे प्राचीन भाषा संस्कृत से हुआ है। संस्कृत भाषा के दो रूप हैं, वैदिक संस्कृत और लौकिक संस्कृत। उन दिनों संस्कृत वैदिक भाषा होने के साथ-साथ आम बोलचाल की भाषा भी थी जिसे लौकिक संस्कृत कहा जाता है। संस्कृत का विकास उत्तरी भारत में बोली जाने वाली वैदिक कालीन भाषाओं से माना जाता है। आठवीं शताब्दी से इसका प्रयोग साहित्य में होने लगा था रामायण तथा महाभारत महाकाव्य की मूल रचना संस्कृत भाषा में की गयी। पाँचवीं सदी तक आते-आते संस्कृत कालीन बोलचाल की भाषा पाली में बदल गयी। महात्मा बुद्ध के काल में पाली ही यहाँ की लोकभाषा थी। आगे चलकर पाली अपभ्रंश में जिन्हें मगधी, सौरसेनी, महाराष्ट्री, पैशाची ब्राचा तथा अर्धमागधी में बदल गयी। अपभ्रंश भाषा के दो रूप मिलते हैं- पश्चिमी और पूर्वी। समय के साथ भाषा के स्वरूप में परिवर्तन होता गया। बौद्धकाल में ग्रन्थों की रचना पाली भाषा में होने लगी। यही कारण है कि बुद्धकालीन धार्मिक ग्रन्थों की रचना पाली भाषा में सम्पन्न हुई है। पाली के बाद अपभ्रंश बोलियों के रूप में आयी। अपभ्रंश को पुरानी हिन्दी का मध्यकाल कहा जाता है। इसी दौरान मुसलमानों का आगमन भारत में हुआ। इन दिनों भारत में साहित्य-रचना सौरसैनी अपभ्रंश में होती थी। जब देश में मुगलों का शासन था तब तत्कालीन कवियों ने साहित्य की रचना व्रज तथा अवधि भाषा में की। मुगलों के शासनकाल में यहाँ की राजभाषा पर ईरानी भाषा का भी हिन्दी पर विशेष प्रभाव पड़ा। कई इरानी शब्द हिन्दी में समाविष्ट किये गये। मुगलों के पश्चात् भारत आने वालों में फ्रांसीसी, पुर्तगाली (डच) और अंग्रेज प्रमुख थे। फारसी, तुर्की, डच आदि भाषाओं के शब्द हिन्दी के साथ घुलमिल गये वे विशेषण शब्द कहलाते हैं। ये सभी शब्द हिन्दी से इस प्रकार घुलमिल गये हैं कि आम आदमी के लिए अब इसे अलग करना मुश्किल है।
भारतवर्ष में खासतौर पर उत्तरी भारत को हिन्दी भाषी क्षेत्र का दर्जा दिया जाता है। जिसमें उत्तर प्रदेश, उत्तरांचल, बिहार, झारखण्ड, मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ़, हरियाणा, हिमाचल प्रदेश, राजस्थान और पंजाब राज्य प्रमुख है।
हिन्दी अपने-आपमें एक समृद्ध भाषा है। कोई भी शब्द बदलते समय और परिवेश के अनुसार अपना अर्थ बदलता रहता है। मानव सभ्यता के विकास तथा अलग-अलग संस्कृति के लोगों के आपस में मिलने से एक ही शब्द के समान अर्थ वाले कई शब्द जुड़ते चले गये।
Details of Book :-
Particulars | Details (Size, Writer, Dialect, Pages) |
---|---|
Name of Book: | संक्षिप्त पर्यावाची शब्दकोश | Sankhipt Prayayvachi Shabdkosh |
Author: | B & S Publishers |
Total pages: | 248 |
Language: | हिंदी | Hindi |
Size: | 1.7 ~ MB |
Download Status: | Available |

= हमारी वेबसाइट से जुड़ें = | ||
---|---|---|
Follow Us | ||
Follow Us | ||
Telegram | Join Our Channel | |
Follow Us | ||
YouTube चैनल | Subscribe Us |
About Hindibook.in
Hindibook.In Is A Book Website Where You Can Download All Hindi Books In PDF Format.
Note : The above text is machine-typed and may contain errors, so it should not be considered part of the book. If you notice any errors, or have suggestions or complaints about this book, please inform us.
Keywords: Sankhipt Prayayvachi Shabdkosh Hindi Book Pdf, Hindi Book Sankhipt Prayayvachi Shabdkosh Pdf Download, Hindi Book Free Sankhipt Prayayvachi Shabdkosh , Sankhipt Prayayvachi Shabdkosh Hindi Book by B & S Publishers Pdf, Sankhipt Prayayvachi Shabdkosh Hindi Book Pdf Free Download, Sankhipt Prayayvachi Shabdkosh Hindi E-book Pdf, Sankhipt Prayayvachi Shabdkosh Hindi Ebook Pdf Free, Sankhipt Prayayvachi Shabdkosh Hindi Books Pdf Free Download.