Kalyan Jyotish Tattva Ank Hindi Book Pdf Download
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पुस्तक का संक्षिप्त विवरण:
द्युलोक, पृथ्वी, विस्तृत अन्तरिक्षलोक, समुद्री जल और ओषधियाँ ये सभी उत्पन्न होनेवाले अनिष्टोंका निवारण करके हमारे लिये सुख-शान्ति प्रदान करें। पूर्वजन्ममें किये गये कर्म हमारे लिये शान्तिप्रदायक हों। हमारे द्वारा सम्पन्न किये गये और न किये गये कार्य भी शान्ति प्रदान करें। भूत और भविष्यत् दोनों हमारे लिये शान्ति-प्रदायक सिद्ध हों। सभी कर्म हमें शान्ति और सुख प्रदान करें। परमपदपर विराजमान एवं तेजस्वी ज्ञानसे देदीप्यमान जी वाणीकी देवी सरस्वती हैं, वे हमारे द्वारा दूसरोंके प्रति बोले गये अपशब्दोंके दोषसे हमें मुक्त करें तथा हमारे लिये शान्ति प्रदान करनेवाली सिद्ध हों। यह जो परम स्थानमें विराजमान और ज्ञानसे देदीप्यमान इस जगत्का मूल कारण मन है, यदि इसके द्वारा दुष्कर्मकी उत्पत्ति हुई हो तो यही हमारे द्वारा किये गये बुरे कर्मोंके प्रभावको शान्ति प्रदान करे।
चेतनाद्वारा संचालित मनके साथ जो पाँच ज्ञानेन्द्रियाँ हमारे हृदयमें वास करती हैं, उनसे यदि अपराधकर्म बन पड़ा हो तो उनके द्वारा रचित उस दुष्कर्मकी हमारे प्रति शान्ति हो। दिनके अधिष्ठाता देवता सूर्य (मित्र), रात्रिके अभिमानी देव वरुण, पालनकर्ता विष्णुदेव, प्रजाके पालक प्रजापति, परम वैभवयुक्त इन्द्रदेव, बृहस्पति तथा अर्थमादेव- ये सभी देवता हमें शान्ति प्रदान करनेवाले हों। मित्र, वरुण, अन्धकारनाशक विवस्वान्, सभी प्राणियोंके संहारकर्ता अन्तकदेव, हमें सुख प्रदान करनेवाले सिद्ध हों। पृथ्वी और अन्तरिक्षलोकमें होनेवाले उत्पात और द्युलोकमें विचरणशील मंगल आदि ग्रह हमारे दोषका निवारण करके हमारे लिये शान्तिप्रद सिद्ध हों। उल्काओंसे फेंका गया नक्षत्र हमें शान्ति प्रदान करनेवाला हो। अभिचार क्रियाएँ तथा कृत्या प्रयोग भी हमारे लिये शान्तिप्रद हों। भूमिमें खोदकर किये गये प्रयोग भी हमारे लिये घातक न हों। उल्काएँ शान्त हों। देशमें होनेवाले सभी प्रकारके विघ्न भी शान्त हो जायें।
चन्द्रमण्डलके मंगल आदि ग्रह, राहुसे ग्रस्त आदित्य ग्रह, मारक धूमकेतुके अनिष्ट और रुद्रके तीखे सन्तापक उत्पात- ये सभी शान्त हों। एकादश रुद्रगण, आठ वसुगण, बारह आदित्य, सभी प्रकारकी अग्नियाँ, इन्द्रादि देवशक्तियाँ, सप्तर्षि और बृहस्पतिदेव- ये सभी शान्ति प्रदान करते हुए हमारे लिये कल्याणकारी सिद्ध हों। [अथर्ववेद]
Details of Book :-
Particulars | Details (Size, Writer, Dialect, Pages) |
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Name of Book: | कल्याण ज्योतिष तत्व अंक | Kalyan Jyotish Tattva Ank |
Author: | Gita Press, Gorakhpur |
Total pages: | 512 |
Language: | हिंदी | Hindi |
Size: | 412 ~ MB |
Download Status: | Available |
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